किसी की आह ने हमको जगा दिया
कितने सुन्दर सपने थे हमारे पास
कमबख्त ने उन्हें भी भगा दिया
अब जब आँख खुल गयी है
तो लगता है कि हम सोये हुए ही अच्छे थे
कम से कम हमारे झूठे सपने ही हमे लगते सच्चे थे
किसी ने अपने साथ हुए अन्याय का सिला हमको दिया
उस नामुराद ने हमे अपनी कराहों से जगा दिया
लोग कहते है जिसने उसके साथ अन्याय किया
वो हम थे वो तो पूर्ण तया निर्दोष है
उसके दर्द का आधार सबने हमको बना दिया
वो दर्द तो कम था जो उसने दिया था
इस समाज ने हमे ही दोषी बताकर
उस दर्द को कई गुना बढा दिया
कमबख्त अभी - अभी तो आँख लगी ही थी
कि किसी ने हमको चारपाई से गिरा दिया
किसी ने अधकचरी नींद से हमे जगा दिया ....